उतरेगी महिला कांग्रेस: मधु सांगूड़ी महिला कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
हल्द्वानी, 30 सितंबर को महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मधु सांगूड़ी के नेतृत्व में हल्द्वानी की सड़कों पर एक बड़ा जन आक्रोश रैली आयोजित होने जा रही है। इस रैली का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाना है। महिला कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन भाजपा सरकार की महिला विरोधी नीतियों और महिलाओं के अधिकारों पर हो रहे हमलों के खिलाफ होगा।
भाजपा सरकार पर आरोप
महानगर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मधु सांगूड़ी ने अपने प्रेस वक्तव्य में कहा कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने का दावा करती है, लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। राज्य में महिला सशक्तिकरण के नाम पर जो योजनाएँ चलाई जा रही थीं, उन्हें या तो बंद किया जा रहा है या फिर उन पर नए तरीके से प्रहार किया जा रहा है। खासकर, महिला स्वयं सहायता समूहों को निशाना बनाया जा रहा है, जो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय से स्वरोजगार के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रहे थे।
महिला स्वयं सहायता समूहों पर प्रहार
महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा टेक होम राशन (टीएचआर) योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती महिलाओं और बच्चों को पौष्टिक आहार वितरित किया जाता था। इस योजना से उत्तराखंड के 10,000 से अधिक महिला स्वयं सहायता समूह जुड़े हुए थे, जो राज्य के लगभग 9 लाख लोगों को लाभान्वित कर रहे थे। लेकिन भाजपा सरकार द्वारा इस योजना को महिला स्वयं सहायता समूहों से छीनकर भारत सरकार की संस्थान एनसीसीएफ को सौंपने की योजना बनाई जा रही है, जिससे हजारों महिलाओं का रोजगार खतरे में पड़ गया है।
न्यायालय के आदेशों की अवहेलना
साल 2021 में जब राज्य सरकार ने इस योजना को ई-टेंडरिंग के माध्यम से बड़े ठेकेदारों को सौंपने की कोशिश की थी, तब महिला स्वयं सहायता समूहों ने इसका विरोध किया और न्यायालय में याचिका दायर की। उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में महिला समूहों के पक्ष में निर्णय देते हुए स्थिति को बनाए रखने का निर्देश दिया। लेकिन इसके बाद भी राज्य सरकार ने टेक होम राशन के भुगतान को रोक दिया, जिससे महिलाओं को आर्थिक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ा।
भाजपा सरकार की महिला विरोधी नीति
मधु सांगूड़ी ने कहा कि भाजपा सरकार का यह कदम महिलाओं के आत्मनिर्भरता पर सीधा प्रहार है। 2022 में सरकार ने टेक होम राशन योजना को यह कहकर बंद कर दिया कि यह भारत सरकार के आदेशानुसार किया गया है, लेकिन इसके पीछे की मंशा स्पष्ट रूप से महिलाओं को रोजगार से वंचित करना था। इसके बाद अब सरकार बिना टेंडर प्रक्रिया के 250 करोड़ रुपये का ठेका एनसीसीएफ को देने की योजना बना रही है, जबकि अन्य योग्य संस्थान भी इस कार्य को कर सकते थे।
महिला कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
महिला कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर सरकार ने महिलाओं की रोजगार छीनने की इस प्रक्रिया को बंद नहीं किया, तो पूरे राज्य में बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। मधु सांगूड़ी ने बताया कि 30 सितंबर को हल्द्वानी में आयोजित होने वाली जन आक्रोश रैली में राज्यभर से हजारों महिलाएँ जुटेंगी और अपनी आवाज बुलंद करेंगी। इस रैली का मुख्य उद्देश्य भाजपा सरकार की महिला विरोधी नीतियों का विरोध करना और महिलाओं के सम्मान और अधिकारों की रक्षा करना है।
महिलाओं के हितों की रक्षा की मांग
महानगर महिला कांग्रेस की टीम, जिसमें भागीरथी बिष्ट, शोभा बिष्ट, शशि वर्मा, रत्ना श्रीवास्तव, पुष्पा नेगी, जया पाठक, मीमांशा आर्य, नीलू नेगी, लता पांडे, माया वर्मा और मुन्नी पंत शामिल हैं, ने भी कहा कि सरकार के इस फैसले से हजारों महिलाएँ प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि महिला कांग्रेस राज्य में महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएगी और भाजपा सरकार की अन्यायपूर्ण नीतियों का विरोध करेगी।
आक्रोश रैली की तैयारी
रैली की तैयारी जोरों पर है, और इसमें महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला की मुख्य भूमिका होगी। प्रदेशभर से महिलाएँ इस रैली में भाग लेंगी, और सड़कों पर उतरकर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, बलात्कार और उत्पीड़न के बढ़ते मामलों पर विरोध प्रदर्शन करेंगी। महिला कांग्रेस का यह आंदोलन केवल राजनीतिक विरोध नहीं है, बल्कि यह उन महिलाओं की आवाज है जो सरकार की नीतियों से प्रभावित हो रही हैं।
न्याय की मांग
महिला कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि वह महिला स्वयं सहायता समूहों को पुनः टेक होम राशन योजना में शामिल करे और इस योजना को पुनः बहाल करे। इसके अलावा, सरकार को महिलाओं के रोजगार और उनके स्वावलंबन को सुरक्षित रखने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, न कि उनकी रोजी-रोटी छीनने की कोशिश करनी चाहिए।
भाजपा सरकार की आलोचना
मधु सांगूड़ी ने कहा कि भाजपा सरकार केवल कागजी दावे करती है और जमीनी स्तर पर कुछ नहीं करती। महिलाओं को सशक्त बनाने के नाम पर भाजपा सरकार ने उनके अधिकारों को छीनने का काम किया है। यह सरकार केवल बड़े ठेकेदारों और पूंजीपतियों की हितैषी है, जबकि आम महिलाओं के रोजगार और स्वावलंबन को खतरे में डाल रही है।
महिला कांग्रेस का संकल्प
महिला कांग्रेस ने इस अवसर पर स्पष्ट किया है कि वह राज्य की महिलाओं के अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। चाहे सरकार कितने भी प्रयास कर ले, महिला कांग्रेस महिलाओं की आवाज को दबने नहीं देगी। रैली के माध्यम से महिलाओं को एकजुट किया जाएगा और सरकार के खिलाफ जनआंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
संपूर्ण राज्य में आंदोलन
हल्द्वानी में 30 सितंबर को होने वाली इस रैली के बाद महिला कांग्रेस पूरे राज्य में इस मुद्दे पर व्यापक आंदोलन चलाएगी। हर जिले में प्रदर्शन होंगे, और महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज बुलंद की जाएगी। महिला कांग्रेस का यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार महिला स्वयं सहायता समूहों को उनका हक नहीं दिला देती और उनके रोजगार को सुरक्षित नहीं कर देती।
निष्कर्ष
महिला कांग्रेस का यह कदम राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके रोजगार की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है। भाजपा सरकार के महिला विरोधी नीतियों के खिलाफ यह जनआक्रोश रैली निश्चित रूप से एक बड़ा संदेश देगी और सरकार को महिलाओं के अधिकारों के प्रति संवेदनशील होने के लिए मजबूर करेगी।
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