हेतु “ऑपरेशन स्माइल” अभियान फिर शुरू
नैनीताल, 9 अक्टूबर 2024 – उत्तराखंड पुलिस द्वारा हर वर्ष गुमशुदाओं की तलाश और उनके पुनर्वास के लिए चलाया जाने वाला “ऑपरेशन स्माइल” अभियान एक बार फिर से शुरू होने जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य राज्य में लापता बच्चों, पुरुषों और महिलाओं को तलाश कर उनके पुनर्वास की प्रक्रिया को गति देना है। यह अभियान 15 अक्टूबर 2024 से 15 दिसंबर 2024 तक, यानी दो महीने तक चलाया जाएगा।
प्रहलाद नारायण मीणा की अगुवाई में अभियान
इस अभियान के सफल संचालन के लिए नैनीताल के एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देशन में आज प्रकाश चंद्र, एसपी सिटी हल्द्वानी और नोडल अधिकारी ऑपरेशन स्माइल, जनपद नैनीताल द्वारा एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में नैनीताल जिले की पुलिस और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का उद्देश्य अभियान को सफल बनाने के लिए ठोस रणनीति तैयार करना था, ताकि राज्यभर में गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश की जा सके।
पुलिस विभाग द्वारा दिए गए निर्देश
बैठक के दौरान, ऑपरेशन स्माइल को सफल बनाने के लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए:
1. 2017 से अब तक बरामद नहीं हो पाए लापता बच्चों, पुरुषों और महिलाओं की तलाश की जाएगी।
2. प्रत्येक तलाशी टीम में महिला पुलिसकर्मी की नियुक्ति अनिवार्य की जाएगी ताकि बरामद महिलाओं और बच्चों से संवेदनशीलता से पूछताछ की जा सके।
3. अभियान की सहायता के लिए हर टीम में एक विधिक अभियोजन अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी।
4. अन्य संबंधित विभागों जैसे सीडब्ल्यूसी, समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास, चिकित्सा, श्रम, एनजीओ, और चाइल्ड हेल्पलाइन की भी सहभागिता अपेक्षित है।
विशेष स्थानों पर गुमशुदाओं की तलाश
गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश के लिए पुलिस द्वारा शेल्टर होम्स, नारी निकेतन, वृद्धाश्रम, ढाबों, कारखानों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, धार्मिक स्थलों और आश्रमों जैसी जगहों पर विशेष रूप से तलाशी अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा, सीमावर्ती राज्यों में पाए गए लावारिस शवों से भी गुमशुदा व्यक्तियों का मिलान किया जाएगा।
सोशल मीडिया का उपयोग
इस अभियान के तहत सोशल मीडिया का भी विशेष उपयोग किया जाएगा। गुमशुदा व्यक्तियों की पहचान और उनके परिजनों की तलाश के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसके अलावा, बरामद बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।
ट्रैक द मिसिंग चाइल्ड पोर्टल का उपयोग
ऑपरेशन स्माइल के तहत राज्य में बरामद होने वाले बच्चों की जानकारी ट्रैक द मिसिंग चाइल्ड पोर्टल पर अपलोड की जाएगी ताकि उनकी पहचान की जा सके और उनके परिजनों से संपर्क स्थापित किया जा सके। इस पोर्टल का उपयोग बरामद बच्चों की स्थिति की निगरानी और उनके पुनर्वास में सहायता के लिए किया जाएगा।
सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी
बैठक के दौरान यह स्पष्ट किया गया कि यदि किसी बरामद बच्चे, महिला या पुरुष के संबंध में कोई अपराध की जानकारी मिलती है, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का यह अभियान केवल गुमशुदाओं की तलाश तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि उनके पुनर्वास और उन्हें न्याय दिलाने के लिए भी तत्पर रहेगा।
शत-प्रतिशत बरामदगी का लक्ष्य
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य शत-प्रतिशत गुमशुदाओं की बरामदगी करना है। पुलिस टीम को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस अभियान को सिर्फ खानापूर्ति के रूप में न लें, बल्कि पूरी मेहनत और जिम्मेदारी के साथ काम करें।
बैठक में शामिल अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में म0उ0नि0 मंजू ज्याला प्रभारी एन्टी ह्यूमन ट्रेफिकिंग सैल, उ0नि0 तारा सिंह राणा (थाना रामनगर), अ0उ0नि0 प्रेम बल्लभ जोशी (थाना लालकुआं), अ0उ0नि0 हरभजन सिंह (थाना भवाली), श्रीमती शिल्पी जोशी (बाल विकास अधिकारी), श्री संजीव सिंह (श्रम विभाग), डॉ0 स्वेता (एससीएमओ हल्द्वानी), सुश्री दीक्षा लटवाल और श्री मानस जोशी (वीरांगना संस्था), श्री राहुल शर्मा (एसओएस भीमताल), श्री प्रकाश चंद्र पांडे (धरोहर संस्था), सुश्री किरन पंत (डीपीओ चाइल्ड हेल्पलाइन), और शाहिन फातिमा (किशोर न्याय बोर्ड सदस्य) सहित अन्य महत्वपूर्ण सदस्य उपस्थित रहे।नैनीताल पुलिस का यह प्रयास निश्चित रूप से राज्य में गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा और उनके पुनर्वास के लिए सार्थक कार्य करेगा।
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