गौला नदी रिजर्व फॉरेस्ट भूमि पर हो रहे अवैध अतिक्रमण

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By Rihan Khan

गौला नदी रिजर्व फॉरेस्ट भूमि पर हो रहे अवैध अतिक्रमण एवं पर्यावरणीय क्षरण को रोकने के लिए मंगलवार को उपजिलाधिकारी हल्द्वानी राहुल शाह द्वारा वन विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया।

प्रशासन ने किया संयुक्त निरीक्षण

निरीक्षण के दौरान एसडीएम श्री शाह ने सभी अवैध रूप से निवास कर रहे लोगों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे तीन दिनों के भीतर अतिक्रमित भूमि खाली करें, अन्यथा उनके विरुद्ध विधिक कार्यवाही करते हुए बलपूर्वक हटाया जाएगा। इस संबंध में वन विभाग द्वारा भी स्वेच्छा से अवैध निर्माण हटाने हेतु मुनादी (एडवाइजरी) जारी की गई है।

तीन दिन में अतिक्रमण खाली करने का अल्टीमेटम, नहीं तो होगी कठोर कार्रवाई

निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि रिजर्व फॉरेस्ट क्षेत्र एवं नदी के किनारे कूड़ा-कचरा फेंका जा रहा है तथा सीवेज का अवैध रूप से निर्वहन किया जा रहा है। इस पर एसडीएम ने वन विभाग को तत्काल चालान करने एवं दोषियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए।

रिजर्व फॉरेस्ट में कूड़ा और सीवेज मिलने पर एसडीएम सख्त, दिए चालान के आदेश

निरीक्षण में तहसीलदार हल्द्वानी मनीषा बिष्ट, तहसीलदार लालकुआं कुलदीप पांडेय एवं संबंधित रेंज अधिकारी आदि उपस्थित रहे। टीम द्वारा अतिक्रमित क्षेत्रों को चिन्हित कर आगे की कार्रवाई के लिए दस्तावेज तैयार किए गए।

प्रशासनिक टीम ने चिन्हित किए अतिक्रमित क्षेत्र, आगे की कार्रवाई शुरू

प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि गौला नदी रिजर्व फॉरेस्ट भूमि संरक्षित क्षेत्र है तथा किसी भी प्रकार का अतिक्रमण, प्रदूषण या पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचाना दंडनीय अपराध है। प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा अवैध निर्माणों को हटाकर क्षेत्र की पारिस्थितिक संतुलन को पुनर्स्थापित करने की कार्यवाही शीघ्र प्रारंभ की जाएगी।

गौला नदी क्षेत्र में अतिक्रमण और प्रदूषण पर होगी सख्त कार्रवाई, पारिस्थितिकी संतुलन बहाल करने की योजना

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