रतन टाटा के निधन पर कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि, विधायक सुमित हृदयेश ने कहा- भारत के लिए अपूर्णीय क्षति
कांग्रेस भवन “स्वराज आश्रम” में महानगर कांग्रेस द्वारा भारतीय उद्योग जगत के शीर्ष पुरुष और पद्म भूषण से सम्मानित रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर विधायक सुमित हृदयेश के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोमबत्ती जलाकर और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें याद किया। कार्यक्रम में रतन टाटा के योगदान की चर्चा करते हुए सुमित हृदयेश ने कहा, “रतन टाटा का योगदान न केवल उद्योग जगत में बल्कि सामाजिक और नैतिक मूल्यों की स्थापना में भी अभूतपूर्व रहा है। उनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी और यह भारत के लिए अपूर्णीय क्षति है।”
रतन टाटा का योगदान प्रेरणादायक
विधायक सुमित हृदयेश ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि रतन टाटा ने अपने जीवन में जो ऊंचाइयां हासिल कीं, वह आने वाली कई पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगी। उन्होंने कहा, “रतन टाटा ने जिस प्रकार से टाटा समूह को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया, वह अद्वितीय है। उनके नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने व्यवसाय के साथ-साथ सामाजिक उत्तरदायित्व और नैतिकता के नए मानदंड स्थापित किए। उनकी अनुपस्थिति में देश को बड़ी क्षति हुई है, जिसे पूरा करना कठिन है।”
टाटा परिवार का भारत के निर्माण में अविस्मरणीय योगदान
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष एडवोकेट गोविंद बिष्ट ने भी सभा को संबोधित किया और कहा कि टाटा परिवार का भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण तक का सफर अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा, “गुलाम भारत से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण में टाटा परिवार का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। रतन टाटा ने न केवल उद्योग जगत में अपना नाम रोशन किया बल्कि देश का भी नाम पूरी दुनिया में ऊंचा किया।”
श्रद्धांजलि सभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति
इस श्रद्धांजलि सभा में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे, जिनमें जिला महामंत्री मलय बिष्ट, डॉ मयंक भट्ट, सुहैल सिद्दीकी, सौरभ भट्ट, हेमन्त साहू, नेत्र बल्लभ जोशी, कौशलेंद्र भट्ट, मोहन बिष्ट, संदीप भैसोड़ा, एडवोकेट गौरव कर्नाटक, संजू उप्रेती, जीवन बिष्ट, राजकुमार, ताहिर हुसैन, तुषार बिष्ट आदि शामिल थे। सभी ने रतन टाटा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया।
देशभर में शोक की लहर
रतन टाटा के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है। उद्योग जगत के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों और आम जनता ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। टाटा ने अपनी दूरदर्शी सोच और प्रबंधन के जरिए टाटा समूह को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक संस्थानों में शामिल किया। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने न केवल व्यापारिक सफलता हासिल की, बल्कि समाजसेवा के क्षेत्र में भी अपने आप को स्थापित किया।
रतन टाटा का सामाजिक कार्यों में योगदान
रतन टाटा केवल एक उद्योगपति ही नहीं थे, बल्कि उन्होंने समाजसेवा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने शिक्षा, स्वास्थ्य, और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में कई उल्लेखनीय कार्य किए। वह हमेशा अपने कर्मचारियों और समाज के कमजोर वर्गों के लिए काम करने के लिए जाने जाते थे। उनके इस योगदान ने उन्हें जनता के दिलों में एक विशेष स्थान दिलाया।
विधायक सुमित हृदयेश ने रतन टाटा के जीवन से सीखा
विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि रतन टाटा का जीवन एक आदर्श है और हमें उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने कहा, “रतन टाटा का जीवन संघर्ष, समर्पण और सफलता की कहानी है। हमें उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलना चाहिए।”
हल्द्वानी में कांग्रेस का भावभीना श्रद्धांजलि समारोह
इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रतन टाटा के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका निधन देश के लिए एक बड़ी क्षति है। कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मोमबत्ती जलाकर और मौन रहकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
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