
त्रिवेंद्र रावत के बयान को बताया गलतफहमी
हल्द्वानी: भाजपा के भीतर अवैध खनन के मुद्दे पर मतभेद उभरकर सामने आए हैं। उत्तराखंड मंडी परिषद के अध्यक्ष अनिल कपूर ‘डब्बू’ ने पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रदेश में किसी भी प्रकार का अवैध खनन नहीं हो रहा है और यदि कोई शिकायत आती भी है, तो प्रशासन और खनन विभाग तुरंत कार्रवाई करता है।
त्रिवेंद्र रावत के बयान पर पलटवार
अनिल कपूर डब्बू ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि धामी सरकार की पारदर्शी खनन नीति के चलते अब तक के सभी सरकारों की तुलना में अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा, “अगर त्रिवेंद्र रावत को अवैध खनन को लेकर कोई ठोस जानकारी है, तो वे सीधे मुख्यमंत्री से बात कर सकते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उनके छोटे भाई समान हैं और उनकी बातों पर जरूर अमल करेंगे।”
विपक्ष पर साधा निशाना
अनिल डब्बू ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बिना किसी ठोस प्रमाण के धामी सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के विकास और पारदर्शी प्रशासन के लिए प्रतिबद्ध है और खनन को लेकर कोई भी अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लोकसभा में उठा था अवैध खनन का मुद्दा
गौरतलब है कि हाल ही में लोकसभा में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार, देहरादून, उधम सिंह नगर और नैनीताल जिलों में अवैध खनन और उसके परिवहन का मुद्दा उठाया था। उनके इस बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई थी और विपक्ष ने इसे सरकार के खिलाफ बड़ा हथियार बना लिया था।
भाजपा में मतभेद या रणनीति?
अनिल कपूर डब्बू के इस बयान के बाद यह साफ हो गया है कि भाजपा के भीतर भी इस मुद्दे पर अलग-अलग राय है। अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और त्रिवेंद्र रावत इस विवाद पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या भाजपा इसे अंदरूनी तौर पर सुलझा पाती है या यह मामला और तूल पकड़ता है।
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