
कहा- ‘तेरा भी वही हाल होगा जो तेरी दादी का हुआ’
दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने आज एक जनसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को धमकी भरे शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी बाज आ जा, नहीं तो तेरा भी वही हाल होगा जो तेरी दादी का हुआ।” यह बयान राजधानी दिल्ली में आयोजित प्रदर्शन के दौरान दिया गया, जिसमें BJP कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल थे।
राहुल गांधी को दी धमकी
तरविंदर सिंह मारवाह के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। कांग्रेस ने इस बयान की कड़ी आलोचना की है और इसे ‘खुलेआम हत्या की धमकी’ करार दिया है। इस तरह की बयानबाजी से देश की राजनीतिक गरिमा और लोकतंत्र पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया
कांग्रेस प्रवक्ताओं ने BJP नेता के इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है। उन्होंने मांग की है कि इस बयान के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और मारवाह को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। कांग्रेस ने इसे बीजेपी की ‘गुंडागर्दी’ करार देते हुए कहा कि इस तरह की धमकियों से राहुल गांधी या कांग्रेस पीछे हटने वाली नहीं है।
लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला
देश के विपक्षी नेताओं ने भी इस घटना की निंदा की है। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की बयानबाजी से देश में हिंसा का माहौल बन सकता है और लोकतंत्र के मूल्यों को ठेस पहुंचती है। तरविंदर सिंह मारवाह का बयान न केवल राजनीति में व्यक्तिगत हमलों की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे कुछ नेता अपने भाषणों से नफरत और हिंसा को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।
BJP का बयान और आगे की कार्रवाई
BJP के शीर्ष नेताओं की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी के कुछ सदस्यों ने निजी तौर पर कहा है कि इस तरह के बयान पार्टी की विचारधारा का हिस्सा नहीं हैं। पार्टी नेतृत्व पर दबाव है कि वह इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करे और जिम्मेदार नेता के खिलाफ सख्त कदम उठाए।
राहुल गांधी की सुरक्षा पर सवाल
इस बयान के बाद राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। उनके समर्थकों का कहना है कि इस तरह की धमकियों के बाद उनकी सुरक्षा को और सख्त किया जाना चाहिए। कांग्रेस के कई नेताओं ने केंद्र सरकार से राहुल गांधी की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
निष्कर्ष
इस पूरे मामले ने देश की राजनीति में गर्माहट ला दी है और सवाल खड़े किए हैं कि क्या राजनीतिक विरोधियों को धमकियों और हिंसा की भाषा में जवाब देना अब राजनीति का हिस्सा बनता जा रहा है? यह घटना भारत के लोकतांत्रिक ढांचे और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मूल्यों पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती है।
By Diamond fashion boutique