
प्रशासन पर उठे सवाल
हल्द्वानी के डिग्री कॉलेज और ठंडी सड़क पर ठेला लगाने वाले छोटे व्यवसाइयों के उत्पीड़न की समस्या को लेकर आज एक बड़ी पहल की गई। युवा नेता हेमंत साहू के नेतृत्व में ठेला और फड़ लगाने वाले सभी व्यवसायी एकजुट होकर हल्द्वानी विधायक सुमित हृदय से मिले। उन्होंने अपनी परेशानियों को रखते हुए न्याय की गुहार लगाई। व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन द्वारा उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है, जिससे उनकी आजीविका खतरे में पड़ गई है।

विधायक ने दिलाया भरोसा
विधायक सुमित हृदय ने व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया। इस मौके पर उन्होंने कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत से फोन पर बात की और व्यापारियों के उत्पीड़न को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया। विधायक ने कहा कि गरीबों के साथ हो रहे अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उनके हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

ठेला व्यवसायियों की मांगें
व्यापारियों ने विधायक के सामने अपनी मांगें भी रखीं। उन्होंने कहा कि ठेला और फड़ लगाने वाले गरीब लोग हैं, जो अपनी मेहनत से रोजी-रोटी कमाते हैं। उनकी मांग है कि उन्हें स्थायी रूप से व्यापार करने की अनुमति दी जाए और प्रशासन द्वारा की जा रही सख्त कार्रवाई पर रोक लगाई जाए। व्यापारियों का कहना है कि वे नगर निगम या प्रशासन से किसी प्रकार की छूट नहीं मांग रहे हैं, बस उन्हें सम्मानपूर्वक अपना व्यापार करने दिया जाए।
विधायक की पहल
विधायक सुमित हृदय ने व्यापारियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वह कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत से इस मामले में बातचीत करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि व्यापारियों के साथ कोई अन्याय न हो। विधायक ने कहा कि वह गरीबों के साथ खड़े हैं और उनके हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने व्यापारियों से अपील की कि वे शांति बनाए रखें और प्रशासन के साथ सहयोग करें।
रोजी-रोटी पर संकट
व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन की सख्त कार्रवाई के चलते उनकी रोजी-रोटी पर संकट आ खड़ा हुआ है। ठेला और फड़ लगाने वाले गरीब लोगों का कहना है कि उनके पास अपनी आजीविका चलाने का कोई और साधन नहीं है। यदि उन्हें इसी तरह परेशान किया जाता रहा, तो उनके परिवार भूखे मरने की स्थिति में आ जाएंगे। युवा नेता हेमंत साहू ने कहा कि यह गरीबों के हक की लड़ाई है और वे किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे। उनका कहना है कि जब तक गरीबों को न्याय नहीं मिलेगा, उनका संघर्ष जारी रहेगा।
संघर्ष जारी रहेगा
ठेला और फड़ व्यवसायियों ने स्पष्ट किया है कि वे अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उनका कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक वे प्रशासन के खिलाफ अपना विरोध जारी रखेंगे। हेमंत साहू ने कहा कि यह सिर्फ एक आर्थिक संघर्ष नहीं है, बल्कि यह गरीबों की गरिमा और उनके हक की लड़ाई है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
प्रमुख हस्तियां मौजूद
इस मुलाकात में हल्द्वानी के कई प्रमुख सामाजिक और राजनीतिक हस्तियां भी शामिल हुईं। इनमें भूप्पी सिंह, संपत कुमार, दिलीप कश्यप, कैलाश चंद्रनाथ, लेखराज कश्यप, गोविंद जोशी, दुर्गा प्रसाद कश्यप, देवेंद्र जलाल समेत अन्य लोग शामिल थे। सभी ने एकजुट होकर प्रशासन के रवैये की कड़ी निंदा की और व्यापारियों के साथ हो रहे अन्याय को रोकने की मांग की।
प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल
व्यापारियों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि प्रशासन उनके साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रहा है। ठेला लगाने वालों का कहना है कि उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है और उनके ठेले जब्त किए जा रहे हैं। इस तरह की कार्रवाई से उनका आर्थिक संकट बढ़ता जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि अगर प्रशासन ने तुरंत सुधारात्मक कदम नहीं उठाए, तो वे सड़क पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
ठेला व्यवसायियों का भविष्य
ठेला और फड़ व्यवसायियों का भविष्य अनिश्चित दिखाई दे रहा है। प्रशासन की सख्ती के चलते उनकी आजीविका पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सरकार और प्रशासन उनके हक की रक्षा कर पाएंगे? क्या उन्हें सम्मानपूर्वक जीवन जीने का हक मिलेगा? व्यापारियों का कहना है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे अपने हक के लिए लड़ाई जारी रखेंगे।
संघर्ष की दिशा
हेमंत साहू और ठेला व्यवसायियों की लड़ाई सिर्फ स्थानीय स्तर तक सीमित नहीं रहेगी। अगर प्रशासन ने उनकी मांगों को अनसुना किया, तो वे प्रदेश स्तर पर आंदोलन की योजना बना रहे हैं। हेमंत साहू का कहना है कि यह गरीबों की आवाज है, जिसे दबाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष सिर्फ हल्द्वानी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे पूरे राज्य में फैलाया जाएगा, ताकि गरीबों के हक की रक्षा की जा सके।
न्याय की उम्मीद
ठेला और फड़ व्यवसायियों को विधायक से न्याय की उम्मीद है। उन्हें विश्वास है कि उनके संघर्ष का परिणाम सकारात्मक होगा और उन्हें उनके हक का अधिकार मिलेगा। उनका कहना है कि अगर उन्हें न्याय मिला, तो वे शांतिपूर्ण ढंग से अपना व्यापार जारी रखेंगे। लेकिन अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो उनका संघर्ष और तेज हो जाएगा।
निष्कर्ष
हल्द्वानी के ठेला और फड़ व्यवसायियों के साथ हो रहा अन्याय एक गंभीर मुद्दा बन गया है। गरीब लोग अपनी आजीविका बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। विधायक सुमित हृदय ने उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या प्रशासन उनकी मांगों को पूरा करेगा? व्यापारियों का कहना है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
By Diamond fashion boutique