
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से त्रिस्तरीय पंचायत संगठन की मुलाकात:
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से आज सचिवालय में उत्तराखण्ड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के सदस्यों ने भेंट की। इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान संगठन के सदस्यों ने ‘एक राज्य, एक पंचायत चुनाव’ से संबंधित ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंपा, जिसमें पंचायत चुनावों को एक समान तिथि पर सम्पन्न कराने का आग्रह किया गया है। इस बैठक में कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, जिला पंचायत अध्यक्ष संगठन, जिला पंचायत सदस्य संगठन और ग्राम प्रधान संगठन के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
पंचायत संगठन की मांगें और तर्क
त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के सदस्यों ने अपने ज्ञापन में यह मांग की कि राज्य के सभी पंचायत चुनाव एक ही समय पर सम्पन्न कराए जाएं। उनका तर्क था कि इससे न केवल प्रशासनिक प्रक्रिया को सरल बनाया जा सकता है, बल्कि इससे चुनावी खर्चों में भी कमी आएगी और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण स्थापित किया जा सकेगा। इस मांग के तहत जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य और ग्राम प्रधान के चुनाव एक साथ कराने की बात कही गई है।
संगठन ने यह भी सुझाव दिया कि पंचायत चुनावों में पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ाने के लिए चुनावी प्रक्रिया को अधिक सुदृढ़ और प्रभावी बनाया जाए। संगठन का मानना है कि यदि एक ही समय पर चुनाव होंगे तो इससे राज्य की जनता का अधिकतम लाभ होगा, क्योंकि इससे विकास कार्यों में गति आएगी और प्रशासनिक जटिलताओं में कमी होगी
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने त्रिस्तरीय पंचायत संगठन की मांगों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि सरकार इस मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श करेगी। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सरकार हमेशा प्रतिबद्ध रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक राज्य, एक पंचायत चुनाव की अवधारणा पर विचार किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए सभी संबंधित पक्षों की सहमति और एक व्यापक रणनीति की आवश्यकता होगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इस विषय पर पंचायत संगठन के साथ मिलकर काम करेगी और उनके सुझावों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेगी।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की उपस्थिति
बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करने का महत्वपूर्ण माध्यम हैं और इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई या असमानता लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत होगी। उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के ज्ञापन की सराहना की और कहा कि यह सरकार को पंचायत चुनावों के प्रबंधन में सुधार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर सकारात्मक और रचनात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ेगी
त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के सदस्यों की प्रतिक्रिया
त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री के रुख की सराहना की और उम्मीद जताई कि सरकार उनकी मांगों पर जल्द ही उचित कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में पंचायत चुनाव एक साथ कराए जाते हैं, तो इससे न केवल राज्य की जनता को लाभ मिलेगा बल्कि प्रशासनिक प्रक्रिया में भी सुधार आएगा। संगठन के सदस्यों ने यह भी कहा कि वे इस मुद्दे पर सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं और किसी भी प्रकार की सकारात्मक पहल का समर्थन करेंगे।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के साथ त्रिस्तरीय पंचायत संगठन की यह बैठक राज्य में पंचायत चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। ‘एक राज्य, एक पंचायत चुनाव’ की अवधारणा, अगर अमल में लाई जाती है, तो यह न केवल प्रशासनिक प्रक्रिया को सरल बनाएगी, बल्कि राज्य की जनता के लिए भी अधिक सुविधाजनक होगी। इसके साथ ही,
यह बैठक राज्य के लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत करने के लिए सरकार और पंचायत संगठन के बीच सहयोग की नई दिशा भी प्रदान करती है।आगे के समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस ज्ञापन पर क्या कदम उठाती है और राज्य में पंचायत चुनावों को लेकर क्या नई व्यवस्थाएं लागू की जाती हैं।
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